Sunday, September 18, 2011

पूर्व विधायक छोटे लाल यादव का समाजवादी पार्टी से इस्तीफा, कारण और प्रभाव

अरविन्द विद्रोही आखिर कार पूर्व विधायक छोटे लाल यादव ने समाजवादी पार्टी में अपनी बाते ना माने जाने के कारण समाजवादी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे ही दिया| बाराबंकी विधान सभा से घोषित प्रत्याशी सुरेश यादव उर्फ़ धर्मराज यादव को बदलने और समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष मौलाना मेराज को पद मुक्त करने की मांग ना पूरी होने के बाद समाजवादी पार्टी-उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष अखिलेश यादव को fax से भेजे त्याग पत्र में पूर्व विधायक छोटे लाल यादव ने बाराबंकी जनपद के सपा संगठन और अरविन्द सिंह गौप पर गंभीर आर्थिक आरौप लगाये| दल बदल,निष्ठा परिवर्तन, आरौप -प्रत्यारौप का दौर चालू हो चुका है| कई बार समाजवादी पार्टी के टिकेट से विधान सभा की दहलीज पार करने वाले छोटे लाल यादव के त्याग पत्र की पृष्ठ भूमि महीनो पहले तभी तैयार हो गयी थी जब समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष अखिलेश यादव के समक्ष दो बार ब्लाक प्रमुख -बंकी ,बाराबंकी के पद पर निर्विरोध निर्वाचित आशा यादव के पति सुरेश यादव उर्फ़ धर्मराज यादव ने वर्तमान सत्ताधारी दल बहुजन समाज पार्टी से त्याग पत्र दे कर डॉ लोहिया के विचारो की पार्टी समाजवादी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता ग्रहण की | बाराबंकी विधान सभा में १९९१ से लगातार प्रत्याशी रह रहे छोटे लाल यादव की शिकायते और संगठन कार्य से ज्यादा गुट बाजी करने की बात सपा नेतृत्व के सम्मुख लगातार आती रही | बसपा छोडके सपा में शामिल हुये सुरेश यादव को उनके राजनीतिक कौशल और लोकप्रियता के कारण सपा नेतृत्व ने बाराबंकी २६८ से समाजवादी पार्टी का विधान सभा का प्रत्याशी घोषित कर दिया | पूर्व विधायक छोटे लाल यादव के लिए सुरेश यादव को सपा प्रत्याशी बना दिया जाना हृदयाघात सरीखा रहा,जो अंतत समाजवादी पार्टी नेतृत्व से करीब आधा दर्ज़न मुलाकातों-वार्ताओ के विफल होने के बाद इस्तीफे के रूप में सामने आ ही गया | छोटे लाल वरिष्ठ राजनीतिक है , राजनीति में विधायकी का सफ़र मुलायम सिंह यादव के आशीर्वाद से पूरा करने वाले छोटे लाल यादव आज अपनी पहले की जीतो का श्रेय तक मुलायम सिंह यादव को नहीं दे रहे | हर हाल में चुनाव लड़ने की घोषणा करने वाले छोटे लाल यादव के द्वारा समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह को पहले जैसा ना होने की बात कहना किसी के गले नहीं उतर रहा है| आज पूरा दिन कई चौराहों पर यह चर्चा आम रही कि सिर्फ टिकेट ना मिलने के कारण ही समाजवादी पार्टी को छोड़ना और नेतृत्व को भला बुरा कहना घोर अवसरवादिता है| छोटे लाल यादव द्वारा समाजवादी पार्टी से इस्तीफा देने के बाद जहा एक तरफ उनके समर्थक भी पार्टी त्याग रहे है वही छोटे लाल से नाराज़ तमाम समाजवादी विचारधारा के नेता अब समाजवादी पार्टी में शामिल होने का मन बना चुके है | बाराबंकी जनपद में समाजवादी पार्टी की घेराबंदी में लगे दिग्गजों को निराशा ही हाथ आएगी , कारण छोटेलाल यादव के बेनी प्रसाद वर्मा से हाथ मिलाने और कांग्रेस से चुनाव लड़ने की चर्चा को समाजवादी पार्टी के मतदाताओ ने ही एक चुनौती के रूप में ले लिया है | समाजवादी पार्टी के कई नेता जो सुरेश यादव को प्रत्याशी बनाये जाने से नाराज़ थे,अब छोटे लाल यादव द्वारा नेतृत्व पर आरौप लगाने और यह कहने की बाराबंकी में एक भी सीट सपा नहीं जीतेगी , मतभेद भुला कर घोषित प्रत्याशी के साथ प्रचार करने व सीट जीतने तथा संगठन की ताकत दिखाने में जुट गया है | बदलते राजनीतिक परिवेश में समाजवादी पार्टी के बाराबंकी २६८ से प्रत्याशी सुरेश यादव के साथ बेनी प्रसाद वर्मा विरोधी खेमा,छोटे लाल से नाराज़ लोग व संग्राम सिंह से दुखी लोग एक जुट हो चुके है| एक सशक्त दावेदार के रूप में अल्प समय में उभरे सुरेश यादव के साथ व्यापारी तबका व्यग्तिगत व्यावसायिक कारणों से लगा है| समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव को , उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष अखिलेश यादव को समाजवादी पार्टी से जाने वालो की परवाह ना करके आने वालो का स्वागत करना चाहिए,जाने वाले टिकेट ना मिलने से नाराज़ है और आने वाले जुल्मी बहुजन समाज पार्टी से निजात पा कर समाजवादी सरकार बनाने में अपना योगदान देने के लिए आयेंगे, यह अंतर ही मंशा को स्पष्ट करता है| बाराबंकी जनपद की कुर्सी विधान सभा से भी तत्काल प्रत्याशी घोषित कर देना रणनीतिक रूप से बेहतर होगा| यहाँ से मुस्लिम प्रत्याशी उतारना ही सर्वाधिक उचित होगा | हालिया समाजवादी पार्टी में शामिल विधायक फरीद महफूज़ किदवई को कुर्सी से उतारना इस सीट पर विजय सुनिश्चित कर देगा| प्रारंभ में कमजोर माने जा रहे बाराबंकी विधान सभा के प्रत्याशी सुरेश यादव की जीत का रास्ता दिन प्रति दिन सुगम होता जा रहा है| कुर्सी से मुस्लिम प्रत्याशी की जल्द से जल्द घोषणा समाजवादी पार्टी के विधान सभा विजय अभियान को ताकत प्रदान करेगी|