Sunday, March 4, 2012

आज समाजवादी पार्टी कार्यालय लखनऊ

आज समाजवादी पार्टी कार्यालय लखनऊ में समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव ,शिवपाल सिंह यादव -नेता प्रति पक्ष , प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी,मधुकर द्विवेदी मौजूद रहे | पार्टी कार्यालय में महामंत्री राम आसरे विश्व कर्मा , पूर्व मंत्री शत रूद्र प्रकाश ,दरियाबाद विधायक राजीव कुमार सिंह , राजेश यादव उर्फ़ बबलू , कुलदीप वर्मा . पंकज सिंह आदि नेताओ सहित सैकड़ो कार्यकर्ता मौजूद थे | शिवपाल यादव और मुलायम सिंह यादव दोनों लोगो ने पत्रकारों के द्वारा पूछे गये प्रश्न का उत्तर दिया | बेनी प्रसाद वर्मा - केंद्रीय इस्पात मंत्री के द्वारा कि गयी टिप्पणी के सन्दर्भ में पूछे जाने पर सपा के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने कोई टिप्पणी नहीं किया और एक मंझे हुये राजनीतिक होने का परिचय उनके इसी अंदाज़ से मिला |सपा कार्यालय में वरिष्ठ पत्रकार ए पी दीवान जी , दिलीप सिंह जी, प्रमोद श्रीवास्तव से मुलाकात हुई | आज सपा कार्यालय में कलाकार चरित्र व प्रवृति के एक नए नवेले नेता जी के तौर तरीको और भाव भंगिमा देख कर उनके ऊपर गुस्सा आया और साथ ही अफ़सोस भी हुआ कि समाजवादी पार्टी ने कैसे इस गैर राजनीतिक चरित्र के कलाकार को पार्टी में पदाधिकारी बना दिया | अभी से सरकारी कामों को करवाने का वायदा करते और अखिलेश यादव से दोस्ताना सम्बन्ध होने की बात करते मैंने खुद सुना | खैर किसी दिन ये भी खबर बन के सबके सामने आ ही जायेंगे ,हरकते तो ऐसी ही है कि लेन- देन की बात करते कोई भी फिल्मा लेवे | जब मुलायम सिंह यादव सपा कार्यालय से चले गये तब पार्टी के प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी जी से इत्मिनान से वार्ता हुई | राजेंद्र चौधरी जी के मित्र डी वी सिंह ने कल ही मुझसे कहा था कि मेरी बात करवा देना सो उनसे बात करवाई | जब राजेंद्र चौधरी जी के साथ उनके कमरे से निकला तभी बुंदेलखंड की युवा नेत्री कृष्णा यादव ने अपने द्वारा चुनाव में किये गये प्रचार की तमाम खबरे राजेंद्र चौधरी जी को दिखाई , साथ होने के कारण मैंने भी देखी | तत्पश्चात वहा से रवाना होकर इंकलाबी नज़र के ऑफिस में समन्वय संपादक राजेश श्री नेत्र जी से और लोकमत ऑफिस में उप संपादक प्रणय मोहन सिंह जी से मिला | उसके बाद अमीनाबाद में खरीददारी करी और बाराबंकी घर वापस |

समाजवादी पार्टी पे एक लेख---अरविन्द विद्रोही

उत्तर प्रदेश विधान सभा के आम चुनाव २०१२ के परिणाम आने में सिर्फ २ दिन शेष है | आज एक अजीब बात हुई , लखनऊ से प्रकाशित एक बड़े अख़बार के संपादक ने सुबह सुबह मुझे फ़ोन करके समाजवादी पार्टी पे एक लेख तैयार करके भेजने को कहा | यह वही अख़बार है जिसने आज से २ साल पहले फरवरी २०१० में मेरे द्वारा मुलायम सिंह यादव पे लिखे एक लेख को छापने से मना कर दिया था|लेकिन मुलायम सिंह यादव पे लिखा मेरा वह लेख डेली न्यूज़ एक्टिविस्ट में मध्यांतर पेज ९ पर २४ फरवरी,२०१० को प्रकाशित हुआ जिसके बाद तमाम वरिष्ट समाजवादियो ने मेरे लेखन को सराहा और मेरा उत्साहवर्धन किया | समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव , उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष अखिलेश यादव ,प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ,अहमद हसन -नेता विधान परिषद् सहित वरिष्ट पत्रकार व डेली न्यूज़ एक्टिविस्ट के स्थानीय संपादक अरविन्द चतुर्वेदी जी , प्रभात राय जी , स्वामी अग्निवेश जी , सीधी खबर के संपादक संजय सिंह जी , युवा पत्रकार अतुल सिंह जी ,राजेश भारती बाबा,पटेश्वरी प्रसाद ने मेरे द्वारा लिखे गये समाजवादी आन्दोलन और डॉ लोहिया के विचारो पे आधारित लेखो को बार बार सराहा और मार्गदर्शन भी किया | मैंने निर्णय ये लिया है कि जिन अखबारों ने अभी तक डॉ लोहिया और समाजवादी पार्टी के नेताओ पे लिखे मेरे लेखो को छापने से इंकार किया था ,उनको इन मुद्दों पे लेख अब उनके द्वारा मांगने पे भी नहीं प्रेषित करूँगा | दिल्ली से प्रकाशित हरिभूमि जिसके संपादक ओमकार चौधरी जी है का भी ह्रदय से धन्यवाद जिन्होंने मेरा लिखा एक लेख १२ अक्टूबर ,२०११ को सम्पादकीय पृष्ट पे प्रकाशित किया था | आज की तारीख में सभी जगह सभी पत्रकार अखिलेश यादव के बारे में वही लिख रहे है जो पिछले वर्ष से ही में लिखता रहा हूँ | ---