Wednesday, April 18, 2012

सामाजिक कार्य

किसी भी व्यक्ति को अगर कोई दूसरा व्यक्ति या समूह जिसके साथ मिलकर वो सामाजिक कार्यो में अपना योगदान दे रहा है गलत लगता है तो उसको उस व्यक्ति या समूह का साथ तत्काल छोड़ ही देना चाहिए | सामाजिक कार्य करने की सोच रखने वाले के लिए कोई दूसरा भ्रष्ट -अहंकारी व्यक्ति , समूह या संस्था कोई मायने नहीं रखती है | अगर किसी को समाज के लिए कुछ करने की इच्छा शक्ति है तो उसको निर्भय भाव से अपने मन की सुनकर ही स्व विवेकानुसार कार्य करना चाहिए | हमको अपनी उर्जा सद्कार्यो के क्रियान्वयन में लगाना चाहिए ना कि किसी व्यक्ति , समूह , संस्था के महिमा मंडन या चरित्र हनन में , सिर्फ सावधानी बरतनी चाहिए कि हम किसी प्रकार के धोखे का ना तो शिकार होवें ना तो हम किसी के साथ धोखा करें |