Saturday, January 14, 2012

बाराबंकी विधान सभा २६८ में जातीयता उफान पर -मतदाता खामोश ,प्रत्याशी व समर्थक हलकान

अरविन्द विद्रोही ......................समाजवादी विचारधारा के जनपद माने जाने वाले बाराबंकी की सदर विधान सभा बाराबंकी २६८ में हर बार की ही तरह इस बार भी चुनाव रोचक बन चुका है | बसपा के प्रत्याशी संग्राम सिंह वर्मा -राज्य मंत्री उत्तर प्रदेश के मुकाबिल पुराने प्रतिद्वंदी धुर समाजवादी छोटे लाल यादव इस बार बाराबंकी के विकास पुरुष बेनी प्रसाद वर्मा के साथ और कांग्रेस के पंजा निशान के दम पर चुनाव में ताल ठोंक रहे है | समाजवादी पार्टी के टिकेट पर अपना भाग्य आजमा रहे टेंट व्यवसायी सुरेश यादव उर्फ़ धर्म राज यादव की साइकिल की रफ़्तार में बाधक बना है पंजा और हाथी की छाया से उबर ही नहीं पा रहे है सपा प्रत्याशी सुरेश यादव | भरपूर मेहनत करके साइकिल की रफ़्तार बढ़ाने में जुटे सुरेश यादव को तनहा छोड़ भाग रहे है स्थानीय सपाई राम नगर |सिर्फ धीरज गुलाशिया ,ज्ञान सिंह यादव ,कामता यादव ,अजित झा ,सुरेन्द्र यादव ,नसीम कीर्ति , तारिक किदवई ,शमीम फन्ने ,कुतुब्बद्दीन अंसारी,स्वामी दयाल -बडेल जैसे समर्पित समाजवादी नेता जुटे है बाराबंकी में सुरेश यादव की साइकिल को विजय माला पहनने के लिए जी जान से |निर्दलिए नामांकन कर चुके किसान नेता मुकेश सिंह लगा रहे अपनी ताकत -मुकेश सिंह से संग्राम सिंह वर्मा है परेशान |अचानक चुनाव मैदान में उतरे पीस पार्टी के प्रत्याशी अजय वर्मा पुत्र स्व कामरेड रामचन्द्र बख्श सिंह -विधायक के साथ दिखने लगा है मतदाताओ का रुझान ,संग्राम की राह में मुकेश-अजय बाधक वही दूसरी तरफ छोटे लाल व सुरेश आपस में उलझे |मुस्लिम मजलिस के सूफी उबैदुररहमान मुस्लिमो की लामबंदी में लगा रहे है जी जान |मुन्नू वर्मा दुबारा लाये कमल निशान -किसी का नहीं उनकी तरफ ध्यान | मुद्दों की जगह बाराबंकी में फ़ैल चुका है जातीय मकडजाल ,सवर्ण मतदाता निर्णायक होगा लगता है यही आसार |