Sunday, March 4, 2012

समाजवादी पार्टी पे एक लेख---अरविन्द विद्रोही

उत्तर प्रदेश विधान सभा के आम चुनाव २०१२ के परिणाम आने में सिर्फ २ दिन शेष है | आज एक अजीब बात हुई , लखनऊ से प्रकाशित एक बड़े अख़बार के संपादक ने सुबह सुबह मुझे फ़ोन करके समाजवादी पार्टी पे एक लेख तैयार करके भेजने को कहा | यह वही अख़बार है जिसने आज से २ साल पहले फरवरी २०१० में मेरे द्वारा मुलायम सिंह यादव पे लिखे एक लेख को छापने से मना कर दिया था|लेकिन मुलायम सिंह यादव पे लिखा मेरा वह लेख डेली न्यूज़ एक्टिविस्ट में मध्यांतर पेज ९ पर २४ फरवरी,२०१० को प्रकाशित हुआ जिसके बाद तमाम वरिष्ट समाजवादियो ने मेरे लेखन को सराहा और मेरा उत्साहवर्धन किया | समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव , उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष अखिलेश यादव ,प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ,अहमद हसन -नेता विधान परिषद् सहित वरिष्ट पत्रकार व डेली न्यूज़ एक्टिविस्ट के स्थानीय संपादक अरविन्द चतुर्वेदी जी , प्रभात राय जी , स्वामी अग्निवेश जी , सीधी खबर के संपादक संजय सिंह जी , युवा पत्रकार अतुल सिंह जी ,राजेश भारती बाबा,पटेश्वरी प्रसाद ने मेरे द्वारा लिखे गये समाजवादी आन्दोलन और डॉ लोहिया के विचारो पे आधारित लेखो को बार बार सराहा और मार्गदर्शन भी किया | मैंने निर्णय ये लिया है कि जिन अखबारों ने अभी तक डॉ लोहिया और समाजवादी पार्टी के नेताओ पे लिखे मेरे लेखो को छापने से इंकार किया था ,उनको इन मुद्दों पे लेख अब उनके द्वारा मांगने पे भी नहीं प्रेषित करूँगा | दिल्ली से प्रकाशित हरिभूमि जिसके संपादक ओमकार चौधरी जी है का भी ह्रदय से धन्यवाद जिन्होंने मेरा लिखा एक लेख १२ अक्टूबर ,२०११ को सम्पादकीय पृष्ट पे प्रकाशित किया था | आज की तारीख में सभी जगह सभी पत्रकार अखिलेश यादव के बारे में वही लिख रहे है जो पिछले वर्ष से ही में लिखता रहा हूँ | ---

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