Wednesday, December 28, 2011

अन्ना का तमाशा

स्वामी राम देव जी को अब अन्ना के बुलावे पर आन्दोलन में शरीक नहीं होना चाहिए ,अपना भारत स्वाभिमान का आन्दोलन जारी रखना चाहिए | ये वही अन्ना टीम है जो अपने अलावा किसी को महत्व नहीं देती ,सिर्फ अपनी बात ही कहती रहती है | भारत स्वाभिमान ट्रस्ट के कामों से बने जन चेतना का लाभ उठा कर स्वामी राम देव जी के आन्दोलन से किनारा करने वालो का साथ नहीं देना चाहिए | जनता की भावना से खिलवाड़ करने वालो का साथ नहीं देना चाहिए | ...............अन्ना के तमाशे में इस बार नहीं जुटी जनता,तमाशा ख़त्म | अन्ना टीम को करना चाहिए आत्म मंथन , काठ की हांड़ी बार बार नहीं चढ़ती यह पुरानी कहावत है | तमाम दावो के बावजूद जनता के ना आने से,बिना किसी के अनुरोध के खुद ही वापस लिया अन्ना ने अनशन ,जेल भरो भी रद्द , नहीं होगा किसी का घेराव |

1 comment:

  1. अन्ना आंदोलन की विफलता कारपोरेट घरानों की असफलता है।

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