Thursday, September 27, 2012

२२ से २५ तक का मेरा दिल्ली प्रवास - अरविन्द विद्रोही

२२ को सुबह १० बजे दिल्ली पहुचने के पश्चात् सराय काले खां स्थित एक गेस्ट हाउस में दैनिक क्रिया से निवृत होकर मैं तक़रीबन दोपहर १ बजे जंतर मंतर पंहुचा | जंतर मंतर पर चल रहे प्रदर्शनों को देखते देखते एक घंटे कब गुजर गये ये पता ही नहीं चला | यहाँ से स्वामी अग्निवेश जी के कार्यालय में गया , स्वामी अग्निवेश जी के ना होने के कारण मुलाकात ना हो सकी | मित्र दीपक सिंह - महामंत्री जनता दल यू दिल्ली प्रदेश से दूरभाष से वार्ता करने पे ज्ञात हुआ की वे अपने कार्यालय में ही पार्टी की बैठक में मौजूद है | उनके निमंत्रण पे मैं उनके कार्यालय में गया | कार्यालय में जनता दल-यू के प्रदेश अध्यक्ष ठाकुर बलबीर सिंह सहित दर्जनों प्रदेश पदाधिकारी २४ को होने वाले अपने कार्यकर्ता सम्मेलन की तैयारी बैठक कर रहे थे , दीपक सिंह के द्वारा मेरा परिचय कराने के बाद ठाकुर बलबीर सिंह ने सप्रेम पूर्वक मुझे भी अपने साथ बैठे रहने को कहा | कुछ समय पश्चात् जनता दल -यू के राष्ट्रीय महामंत्री अरुण कुमार श्रीवास्तव के अपने भी कार्यालय में आने की सुचना मिली , जिनसे मिलने के लिए मैं उनके कार्यालय में तेजपाल सिंह के साथ गया | एक दशक के अन्तराल के पश्चात् मुलाकात के पश्चात् भी अरुण जी ने पहचान लिया ये मेरी आत्म संतुष्टि का कारण बना | जनता दल - यू के होने वाले दिल्ली प्रदेश के सम्मेलन में जिसमे शरद यादव जी को मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहना था से सम्बंधित एक प्रपत्र लिखने की जिम्मेदारी मुझे अरुण जी ने दी जिसे मैंने सहर्ष स्वीकार किया | तभी जनता दल यू के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष ठाकुर बलबीर सिंह का सन्देश आया कि जनता दल अध्यक्ष श्री शरद यादव जी के घर चलना है , सभी लोगो के साथ मैं भी शरद जी के घर रवाना हुआ | शरद यादव जी के घर तमाम छात्रों और पदाधिकारियों से मुलाकात हुई | तक़रीबन ८ बजे वहा से निकल कर मित्र दीपक सिंह के साथ जर्नलिस्ट फेडरेशन ऑफ़ इंडिया के द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में गया जहा कमाल भाई ने हम लोगो को आमंत्रित किया था | वहा से १० बजे निकलने के पश्चात् दीपक सिंह ने अपने मित्रो के साथ मेरा परिचय और भोज का कार्यक्रम रखा था ,वहा गया | लगा ही नहीं उन सभी मित्रो से मिलकर कि आज पहली बार मिल रहा हूँ ,हिंदी गाने , ग़ज़ल , पंजाबी गाने और चुटकुलों को सुनते सुनाते और सह भोज का आनंद उठाते उठाते २ बज गये | रात्रि २.३० में गेस्ट हाउस पंहुचा और तुरंत सो गया | २३ तारीख को प्रातः ११.४५ बजे से राष्ट्रवादियो का लक्ष्मी नगर में एक सम्मेलन था जिसमे मित्र अवधेश पाण्डेय ने आमंत्रित किया था उसमे शिरकत के लिए मैं लक्ष्मी नगर मेट्रो स्टेशन ११ बजे पहुच गया , वहा अवधेश पाण्डेय जी के साथ कार्यक्रम स्थल गया | मित्र अवधेश पाण्डेय ने कार्यक्रम पश्चात् कार्यक्रम के विषय में अपनी कलम से जो लिखा वही प्रस्तुत है ---- दिल्ली में हुए ऐतिहासिक सम्मेलन का आयोजन अभूतपूर्व अनुभव रहा, आयोजकों के लिये भी और सम्मेलन में उपस्थित हो माँ भारती का गौरव बढ़ाने वाले भाई-बह्नों के लिये भी. देश के विभिन्न भागों से स्वत: प्रेरणा से आये लोगों का संगम अविस्मरणीय घटना है. आज जब जन-सामान्य राजनीति से घृणा करता है, तब देश को आगे ले जाने का संकल्प लेकर लोग किसी नेता के लिये अपना काम-धाम छोड़ दिल्ली आते हैं तो यह बहुत बड़ी बात है. सम्मेलन में जहाँ सोशल मीडिया के नामी धुरंधर उपस्थित हुए, वहीं अन्य राष्ट्रभक्त भी पीछे न रहे. लगभग 150 के आसपास की संख्या रही होगी. जो लोग सम्मेलन में नहीं आ सके उनके लिये कार्यक्रम विवरण कलमबद्ध करने का परम सौभाग्य मुझे प्राप्त हुआ है, जो आप सभी को आवश्यक कार्यवाही हेतु प्रेषित है. कार्यक्रम महन्त नित्यानंददास जी एवं एक अन्य उपस्थित बुजुर्ग द्वारा माँ भारती के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्जवलित करने के साथ प्रारंभ हुआ. दो सत्रों में संपन्न कार्यक्रम के प्रथम सत्र में देश की विभिन्न समस्याओं पर चिंता जताते हुए, वक्ताओं ने मोदी जी के द्वारा किये गये विकास कार्यों, समाज के लोगों में जाति-धर्म आदि का भेद न करते हुए सभी का समान विकास करने की भावना, पारदर्शी व कुशल प्रशासन, आतंकवाद से सख्ती से निपटने, नशाबंदी व गौरक्षा आदि के लिये मोदी जी के कार्यों जैसे अनेकों कारण गिनाये. मोदी जी की कार्यक्षमता का लोहा मानते हुए सभी ने माँ भारती के मंदिर के लिये मोदी जी को ही उपयुक्त पूजारी बताया. प्रथम सत्र के बाद भोजन की व्यवस्था भी थी. भोजन के उपरांत दूसरे सत्र में मोदी जी को राष्ट्र का नेतृत्व सौपने के मार्गों पर उपस्थित राष्ट्रवादियों ने निम्नलिखित सुझाव दिये. सुझाव अनंतिम है और आप लोग टिप्पणी के रूप में अपने बहुमूल्य सुझाव देने की कृपा करें तो यह राष्ट्रकार्य थोड़ा आसान हो सकता है. 1) युवाओं को राष्ट्र की समस्याओं से अवगत कराना और उन्हे अपने मताधिकार का प्रयोग करने का प्रोत्साहन देना 2) राष्ट्र के विरोधियों की पोल जनता के सामने खोलना, केन्द्र सरकार के घोटाले व उनके सहयोगियों के बारे में जनता को बताते हुए, मोदी जी के द्वारा कराये गये कार्यों को जनता के समक्ष रखना. 3) किसी भी संगठन से जुड़े लोगों को अपनी अपनी मातृ संस्थाओं पर दबाव डालना होगा. 4) देश में काँग्रेस के विरुद्ध माहौल है अत: मोदी जी को गैर काँग्रेसवाद का प्रतिनिधित्व करना होगा. 5) नारी शक्ति को राष्ट्र की समस्याओं से अवगत करा, उन्हे अपने आसपास चर्चा व मताधिकार का प्रयोग करने के लिये प्रोत्साहन देना होगा. 6) माननीय श्री सुरेश जी सोनी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, केशव कुँज, झण्डेवालान, नयी दिल्ली को पत्र भेज मोदी जी राष्ट्र रक्षा के लिये आगे करने का अनुरोध करना. 7) गली-मुहल्लों में नोटिस बोर्ड लगाकर मोदी जी के द्वारा कराये गये कार्यों का उल्लेख करना. 8) गाँवों और कस्बों में टोलियाँ बना देश की उन्नति के लिये मोदी जी जैसे अनुभवी व प्रामाणिक क्षमता की आवश्यकता के बारे में लोगों को बताना. 9) केन्द्र का रास्ता गुजरात के विधानसभा चुनाव से होकर जाने वाला है, अत: सभी राष्ट्रवादियों को गुजरात विधानसभा चुनाव में अपना समय देने के लिये तैयार रहना होगा. उपरोक्त प्रस्तावों को वास्तविकता का रूप देने के लिये अगली कार्ययोजना बैठक का भी विचार किया गया. सम्मेलन में आने वाले राष्ट्रभक्तों का सादर धन्यवाद. !! भारत माता की जय !! राष्ट्रवादियो का यह कार्यक्रम शाम ६बजे तक चला था | कार्यक्रम समाप्ति के पश्चात् मैंने मित्र दीपक सिंह को दूरभाष से सुचना दिया और ७ बजे वो आये और मैं उनके साथ जनता दल यू के कार्यालय की तरफ चल पड़ा | सम्मेलन की तैयारियां अपने चरम पर थी | १० बजे तक वहा रहने के पश्चात् हम लोगो ने भोजन किया और वापस गेस्ट हाउस सराय काले खां आ गये | २४ तारीख को प्रातः १० बजे मैं तैयार होकर दीपक सिंह के साथ मान्वलकर सभागार पंहुचा | भव्य व्यवस्था के साथ साथ सुबह से ही कार्यकर्ताओ के हुजूम आने शुरू थे | दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष ठाकुर बलबीर सिंह और उनके सभी पदाधिकारियों की मेहनत अपना रंग दिखा रही थी | ११ बजते बजते सभागार में कोई सीट खाली ना रही और बाहर भी सैकड़ो की तादात में कार्यकर्ता मौजूद रहे | खांटी समाजवादी शरद यादव - राष्ट्रीय अध्यक्ष जनता दल यू के साथ साथ राष्ट्रीय महासचिव अरुण कुमार श्रीवास्तव , गोविन्द यादव - अध्यक्ष मध्य प्रदेश ने कार्यकर्ता सम्मेलन को विशेष रूप से संबोधित किया | कार्यकर्ताओ के हुजूम और उत्साह से शरद यादव गद गद दिखे और उन्होंने कार्यकर्ताओ का उत्साह वर्धन किया | इस दिन मेरे छात्र जीवनसे मित्र रहे सैयद आमिर जो की दिल्ली में ही रहते रहते साथ साथ रहे और हमने खूब सारी बातें भी करी | दिल्ली प्रवास के अंतिम दिन २५ तारीख को प्रातः १० बजे मित्र दीपक सिंह के साथ प्रवीन प्रधान जी से मिलने उनके कार्यालय गया | वहा परिचय के पश्चात् कुछ सामाजिक कार्यक्रमों की योजना बनी जिसका क्रियान्वयन आने वाले दिनों में होगा | यहाँ से सुप्रीम कोर्ट पंहुचा जहा पर वरिष्ट अधिवक्ता श्री राजेंद्र वर्मा जी से मुलाकात करी | श्री राजेंद्र वर्मा जी से लगभग एक वर्ष के अन्तराल पर हुई दूसरी मुलाकात भी मेरे लिए बहुत उत्साहवर्धक रही | वरिष्ट लेखक - पत्रकार श्री मस्तराम कपूर जी से मुझे मेरी अगली दिल्ली यात्रा में मिलवायेंगे यह उन्होंने वायदा किया | वहा से जंतर मंतर होते हुये शाम ६.२० बजे पुरानी दिल्ली स्टेशन पंहुचा |अपने नियत समय ६.४० पे ट्रेन चल पड़ी और मैं उसमे सवार होकर अपने घर बाराबंकी वापस .......

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